Sunil Thalia3 मई 20182 मिनट पठनशनि साढ़ेसातीसमस्त ग्रहों में शनि सबसे मंद गति का ग्रह है जिसे 30 अंश चलने में 30 माह का समय लगता है! अर्थात शनि एक राशि में लगभग ढाई वर्ष या 30 माह...
Sunil Thalia2 मई 20182 मिनट पठनपितृ दोषवैदिक ग्रंथो के आधार पर पूर्वजो के द्वारा किये गए कर्मो का फल आने वाली पीड़ियों को तब तक झेलना पड़ता है जब तक की आने वाली पीढ़िया पूर्वजो...
Sunil Thalia2 मई 20182 मिनट पठनकाल सर्प दोषआधुनिक ज्योतिष और कुछ विद्वान् पंडितो के मतानुसार किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में जब सभी ग्रह राहु एवं केतु के बीच आ जाते हैं तो...
Sunil Thalia2 मई 20182 मिनट पठनगंडमूल नक्षत्रज्योतिषशास्त्र में सम्पूर्ण बारह राशियों को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है! हर एक राशि 30 अंश की मानी जाती है एवं प्रत्येक नक्षत्र 10 अंश...
Sunil Thalia22 अप्रैल 20183 मिनट पठनशनि ग्रहज्योतिषशास्त्र के 9 ग्रहों में शनि, राहु और केतु को पाप ग्रहों की संज्ञा दी गयी है जिसमें केवल शनि ही एकमात्र पूर्ण ग्रह है जबकि राहु और...
Sunil Thalia22 अप्रैल 20183 मिनट पठनराहु ग्रहराहु और केतु तारामंडल के वास्तविक ग्रह न हो कर केवल धरती पर पड़ने वाली परछाई मात्र है जो एक दूसरे से हमेशा 180 अंश पर होते है! राहु का रंग...
Sunil Thalia15 अप्रैल 20182 मिनट पठनकेतु ग्रहकेतु नेकी का फरिश्ता, सफर का मालिक और आखिर तक सहायता देने वाला ग्रह है! ज्योतिषशास्त्र में शनि, राहु और केतु को पाप ग्रह की संज्ञा दी गयी...
Sunil Thalia15 अप्रैल 20182 मिनट पठनबुध ग्रहसम्पूर्ण धरती और आकाश के बीच फैले हुए क्षितिज का नाम ही बुध है! ज्योतिषशात्र में बुध कि भूमिका वैसी ही है जैसे कि शून्य कि गणित में,...
Sunil Thalia15 अप्रैल 20182 मिनट पठनमंगल ग्रहमंगल का अर्थ है शुभ, आनंददायक! मंगल शस्त्रधारी है मंगल का रंग लाल, स्वाद मीठा, मानव शरीर में रक्त, शरीर के अंगो में बाजु, जानवरो में शेर...
Sunil Thalia12 अप्रैल 20183 मिनट पठनबृहस्पति ग्रहबृहस्पति ग्रह यानि जगत गुरु, विधाता या ब्रह्मा जी जो इस सृष्टि को चलाते है! दो जंहान का स्वामी जिसके द्वारा मनुस्य की अपनी अंतरात्मा और...
Sunil Thalia12 अप्रैल 20184 मिनट पठनसूर्य ग्रहसूर्य सबका पालन करने वाला तपस्वी राजा है! देवताओ में भगवन विष्णु है! पृथ्वी के तारामंडल में चमकनेवाला सबसे सशक्त्त ग्रह है जिसकी राशि...
Sunil Thalia12 अप्रैल 20183 मिनट पठनचंद्र ग्रहदिल का स्वामी चंद्र है जो सूर्य से रोशनी लेता है! अरबी में मीर-ओ-अजर, फ़ारसी में माँ, संस्कृत में इन्दु, अंग्रेजी में मून और उर्दू में इसे...
Sunil Thalia12 अप्रैल 20183 मिनट पठनशुक्र ग्रहशुक्र अर्थात लक्ष्मी, स्त्री, धरती माता, विलासिता, वीर्य, त्वचा इत्यादि! शुक्र के बिना संसार की कल्पना भी नहीं की जा सकती! शुक्र (स्त्री)...